क्या कोई भी फेहरा सकता है Independence Day 2024 को झंडा? जी हाँ, भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, कोई भी व्यक्ति, संगठन, निजी या सार्वजनिक, या शैक्षणिक संस्थान (स्काउट शिविरों सहित) तिरंगा फहरा सकता है या प्रदर्शित कर सकता है।
Independence Day 2024
स्वतंत्रता दिवस 2024: भारत 15 अगस्त 2024 को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, और तिरंगा हर जगह देखा जा सकता है क्योंकि नागरिक इसे गर्व के साथ फहरा रहे हैं। भारतीय ध्वज संहिता जो 26 जनवरी 2002 को लागू हुआ उस के अनुच्छेद 2.2 के अनुसार, कोई भी व्यक्ति, संगठन, निजी या सार्वजनिक, या शैक्षणिक संस्थान (स्काउट कैम्प्स सहित) “सभी दिन या खास अवसरों पर राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा और सम्मान के साथ” तिरंगा फहरा सकते है या प्रदर्शित कर सकत हैं।
Independence Day 2024: आकर और बनावट
भारत के तिरंगा झंडे की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात हमेशा 3:2 होना चाहिए।” क्यूंकि, झंडा हमेशा आयताकार होना चाहिए न कि वर्गाकार और न किसी दूसरे आकार का।
30 दिसंबर, 2021 को किए गए एक संशोधन के बाद, ध्वज की सामग्री को “हैंडस्पन और हैंडवोवन या मशीन-मेड, कपास, पॉलिएस्टर, ऊन, रेशम या खादी बंटिंग” के रूप में निर्धारित किया गया है।
यदि ध्वज को खुले में या किसी आम नागरिक के घर पर रखा जाता है, तो उसे दिन और रात दोनों समय फहराया जा सकता है।
Independence Day 2024: कौन लगा सकता है गाड़ियों पर तिरंगा?
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के वाहनों को छोड़कर किसी भी वाहन पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया जा सकता है। ध्वज का उपयोग किसी भी वाहन के किनारों, पीछे और ऊपर को ढकने के लिए भी नहीं किया जाना चाहिए।
Independence Day 2024: तिरंगे के अपमान की सज़ा
1971 में पारित राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 के अनुसार, “जो कोई भी सार्वजनिक स्थान पर या किसी अन्य स्थान पर सार्वजनिक दृश्य में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को जलाता है, विकृत करता है, कलंकित करता है, अपवित्र करता है, विकृत करता है, नष्ट करता है, रौंदता है या किसी भी तरह से अपमान करता है (चाहे वह मुँह से बोल कर हो, लिखित रूप में हो, या कृत्यों (Action) द्वारा), उसे तीन साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जाएगा।”
Independence Day 2024: उचित भंडारण
साफ और सूखा: ध्वज को संग्रहित करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि यह साफ और सूखा हो, ताकि इसे किसी भी प्रकार के नुकसान या रंग बदलने से बचाया जा सके।
मोड़ना: ध्वज को सावधानीपूर्वक मोड़ें। परंपरागत रूप से, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को आयताकार आकार में मोड़ा जाता है, जिसमें केसरिया पट्टी ऊपर की ओर रहती है।
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भंडारण स्थान: ध्वज को किसी साफ, सूखी जगह पर नमी और कीड़ों से दूर रखें। इसकी स्थिति बनाए रखने के लिए किसी सुरक्षात्मक कवर या बॉक्स का उपयोग करें।
क्षतिग्रस्त या मैला ध्वज: यदि ध्वज क्षतिग्रस्त, फटा हुआ या मरम्मत से परे मैला हो गया है, तो उसे सम्मानजनक तरीके से नष्ट कर देना चाहिए। भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, ऐसे ध्वज को निजी तौर पर पूरे सम्मान के साथ, जलाकर या किसी अन्य विधि से नष्ट कर देना चाहिए।
दुरुपयोग से बचें: ध्वज का उपयोग पर्दा, सजावट या किसी अन्य सजावटी रूप में न करें। सुनिश्चित करें कि ध्वज का उपयोग वेशभूषा या वर्दी के रूप में नहीं किया जाता है। ध्वज को तकिए, रूमाल, नैपकिन या किसी कपड़े के सामान पर न छापें या कढ़ाई न करें।
जागरूकता: अपने आसपास के लोगों को राष्ट्रीय ध्वज को सम्मानपूर्वक संभालने के महत्व के बारे में शिक्षित करें। विशेष रूप से राष्ट्रीय कार्यक्रमों के दौरान, जब ध्वज का उपयोग व्यापक होता है, तो उचित प्रथाओं को प्रोत्साहित करें।
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