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DeepSeek का धमाका: Big blow to ChatGPT, AI में नई क्रांति, ऐप स्टोर पर No.1 डीपसीक

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चीन के स्टार्टअप DeepSeek ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में तहलका मचा दिया है। उनके लेटेस्ट मॉडल डीपसीक-V3 और डीपसीक-R1 ने टेक्नोलॉजी जगत को चौंका दिया है। खास बात यह है कि डीपसीक का AI असिस्टेंट अमेरिका में ChatGPT को पीछे छोड़ते हुए ऐपल ऐप स्टोर पर नंबर 1 फ्री ऐप बन गया है। यह उपलब्धि ना सिर्फ तकनीकी दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि इससे अमेरिकी टेक कंपनियों के AI क्षेत्र में बड़े निवेश के औचित्य पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

DeepSeek का बड़ा कारनामा, ChatGPT को पछाड़ा

DeepSeek का फ्री ऐप, जो डीपसीक-V3 मॉडल पर आधारित है, आज अमेरिका के ऐपल ऐप स्टोर में सबसे टॉप रेटेड फ्री ऐप्लिकेशन बन चुका है। OpenAI का ChatGPT, जो लंबे समय से इस क्षेत्र में लीड कर रहा था, अब इस नई चुनौती से जूझ रहा है।

DeepSeek ऐपल स्टोर में सबसे टॉप रेटेड फ्री अप्प बन चुका है। ChatGPT, जो लंबे समय से लीड कर रहा था अब चुनौती से जूझ रहा है।

डीपसीक की इस सफलता ने AI विकास की लागत और दक्षता पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। कंपनी ने दावा किया है कि उनका मॉडल न केवल सस्ता है, बल्कि क्वालिटी के मामले में भी OpenAI और Meta के एडवांस्ड मॉडल्स के बराबर है।

DeepSeek: कम लागत में बड़े कारनामे

DeepSeek ने अपने मॉडल्स की ट्रेनिंग के लिए Nvidia H800 चिप्स का इस्तेमाल किया, जिसकी कुल लागत 6 मिलियन डॉलर से भी कम आई। यह लागत अमेरिकी AI मॉडल्स के मुकाबले बेहद कम है। डीपसीक-V3 और डीपसीक-R1 को ट्रेनिंग देने में कंपनी ने लागत और संसाधनों का ऐसा संयोजन किया है, जो टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के लिए एक मिसाल बन सकता है।

पिछले हफ्ते लॉन्च हुआ डीपसीक-R1 न केवल ओपनएआई के o1 मॉडल के मुकाबले 20 से 50 गुना सस्ता है, बल्कि प्रदर्शन में भी इसे टक्कर देता है।

डीपसीक में Nvidia H800 चिप्स हैं जिसकी कुल लागत 6 मिलियन डॉलर से भी कम है, यह अमेरिकी AI मॉडल्स के मुकाबले बेहद कम है।

चीन की कंपनियों ने दिया AI में जवाब

2022 के अंत में OpenAI के Chat GPT ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी थी, और चीन भी इससे अछूता नहीं रहा। हालांकि, Baidu जैसे दिग्गजों ने अपने AI चैटबॉट लॉन्च किए, लेकिन वे Chat GPT के बराबर नहीं पहुंच पाए।

डीपसीक ने इस परिदृश्य को बदलते हुए साबित कर दिया है कि चीन भी AI क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर मुकाबला कर सकता है। DeepSeek के मॉडल्स ने साबित कर दिया है कि कम लागत में भी बेहतर टेक्नोलॉजी विकसित की जा सकती है।

DeepSeek के मॉडल्स की तारीफ

डीपसीक-V3 और डीपसीक-R1 को तकनीकी विशेषज्ञों और अमेरिकी टेक कंपनियों के इंजीनियरों ने भी सराहा है। खास बात यह है कि ये दोनों मॉडल्स उपयोग में आसान और लागत प्रभावी हैं। डीपसीक के अनुसार, इन मॉडलों को बड़े पैमाने पर अपनाया जा सकता है। अगर आप डीपसीक को जानना या इस्तेमाल करना चाहते हैं तो यहां क्लिक कर इस पावरफुल AI का जादू देख सकते हैं।
https://chat.deepseek.com

अगर आप डीपसीक को यूज़ करना चाहते हैं तो दिए गए स्कैनर को स्कैन कर के डाउनलोड कर सकते हैं।

Scale AI के सीईओ ने उठाए सवाल

हालांकि, डीपसीक की इस सफलता पर सवाल भी खड़े हुए हैं। Scale AI के सीईओ एलेक्जेंडर वैंग ने दावा किया कि DeepSeek के पास 50,000 Nvidia H100 चिप्स हैं, जो अमेरिकी एक्सपोर्ट कंट्रोल नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं। हालांकि, डीपसीक ने इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

बड़ी टेक कंपनियों पर प्रभाव

डीपसीक की सफलता का असर अमेरिकी टेक कंपनियों और उनकी रणनीतियों पर साफ देखा जा सकता है। Nvidia सहित अन्य बड़ी कंपनियों के शेयरों पर इस खबर का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बड़ी टेक कंपनियां डीपसीक की इस चुनौती का किस तरह सामना करती हैं।

निष्कर्ष: AI की नई क्रांति

डीपसीक ने यह साबित कर दिया है कि टेक्नोलॉजी का भविष्य सिर्फ बड़े बजट और भारी संसाधनों पर निर्भर नहीं है। कम लागत में उच्च गुणवत्ता वाली AI मॉडल्स तैयार कर, डीपसीक ने AI इंडस्ट्री को एक नई दिशा दी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले समय में यह प्रतिस्पर्धा कैसे आगे बढ़ती है और डीपसीक अपनी स्थिति को कैसे मजबूत करता है।

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